Apkafayada main app sabhi ka suagat h

App sabhi ko yah jankar atti khusi hogi dehli dtc bason main ledis free main puri dehli ghum sakti hain. To jab bhi app dehli ki tarf jaye to metro se nhi bas se travel karn

  • आपका मेरे ब्लॉग में स्वागत है।
  • नमस्कार दोस्तो मेरा नाम महेंद्र सिंह h .
  • मैं हरियाणा के फरीदाबाद से hu.
  • Good morning friend kaise hain app. mujhe ummid hai Aap acche Honge . aapka Mere blog Mein Swagat hai .Jaisa ki aap Sabhi log Jante Honge aajkal Paisa Kamana Kitna Mushkil Ho Gaya h .
  •  मैं आपको कुछ अच्छे सलूशन बताने जा रहा हूं .
  • Kam se kam 7 shores hone chahiye income ke.
  • (1)》making ke kiraye se income karna ak bahut hi badia passive tarika h income ka.
  • 《2》_ muchal found, rd fix deposits  se bhi paise bacha sakte hain& kama bhi sakte hain.
  • 《3》_ youtub bhi pasive income ka achcha strot h
  • 《4》_ blogging se app lakho rupay kama sakten hain.
  • 《5》_apna khud ka business kare.
  • 《6》_kamayi ka sabse achcha sorce ,apne app ko improve kare.
  • 《7》bhahn ko kiraye par chode kar bhi app achchi kamayi kar sakte hain.

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Kadvi par achchi baten. ♡☆

सत्य को कहने के लिए
किसी शपथ की जरुरत नहीं होती,
नदियों को बहने के लिए
किसी पथ की जरुरत नहीं होती,
जो बढ़ते है ज़माने में अपने मजबूत इरादों पर,
उन्हें अपनी मंजिल पाने के लिए
किसी रथ की जरुरत नहीं होती !!

आदमी की सोच और नियत
समय समय पर बदलती रहती है,
चाय में मख्खी गिर जाए तो चाय फेंक देता है,
और अगर देशी घी में मख्खी गिर जाए तो
मख्खी को फेंक देता है !!

उनकी परवाह मत करो
जिनका विश्वास वक्त के साथ बदल जाए,
परवाह सदा उनकी करो,
जिनका विश्वास आप पर तब भी रहे
जब आपका वक्त बदल जाए !! .

खाने में कोई ज़हर घोल दे तो एक बार उसका इलाज है,
लेकिन कान में कोई ज़हर घोल दे तो उसका कोई इलाज नहीं है !!

अगर लोग केवल जरुरत पर
ही आपको याद करते है तो
बुरा मत मानिये बल्कि गर्व कीजिये,
क्योंकि मोमबत्ती की याद तभी आती है,
जब अंधकार होता है !!

आलसी लोगो का कोई,
वर्त्तमान और भविष्य नहीं होता !!

इन्तजार करने वालों को सिर्फ उतना ही मिलता है,
जितना कोशिश करने वाले छोड़ देते है !!/

Ak giyan bardhak story. )

जीवन का सत्य (धनवान सेठ की कहानी)

क्यों पढ़े – क्या आपने कभी सोचा है कि मेरे इस मानवीय जीवन का क्या अस्तित्व है। मेरे लिए इस मानव जीवन, जो कि ईश्वर की अनमोल देन है उसकी क्या महत्त्वता है। क्या आपने कभी अपने आप को गहराड़यों से जानने का, समझने का प्रयास किया है मानवीय तौर पर कहा जाए तो हम इस जीवन को सिर्फ अपनी जरुरतों को पूरा करते-करते ही व्यतीत कर देते हैं। एक मनुष्य के लिए उसकी जरूरत क्या है रोटी, कपड़ा और मकान यही न, पर यह असल सत्य नहीं है।

हर मनुष्य का जन्म इस धरती पर एक विशेष कारण से होता है। जिसे हम धीरे-धीरे समय के साथ समझते चले जाते हैं। कई लोग अपने इस मानवीय जीवन के सत्य को समझ ही नहीं पाते क्योंकि वे हमेशा नकारात्मक सोच ही रखते हैं। यही अंतर है नकारात्मक और सकारात्मक सोच में, जहाँ नकारात्मक सोच हमारे लिए समस्याँए पैदा करती है वही सकारात्मक सोच हमारे लिए नए अवसर लाती है। आइए हम जीवन के इस सत्य को एक कहानी द्‌वारा समझने की कोशिश करते हैं।

धनवान सेठ की कहानी

एक गांव में एक बहुत बड़ा धनवान व्यक्ति रहता था। लोग उसे सेठ धनीराम कहते थे। उस सेठ के पास प्रचुर मात्रा में धन संपत्ति थी जिसके कारण उसके सगे-संबंधी, रिश्तेदार,भाई-बहन हमेशा उसे घेरे रहते थे वे उन्हीं के राग अलापते रहते थे, सेठ भी उन सभी लोगों की काफी मदद करता था। तभी अचानक कुछ समय बाद सेठ को भंयकर रोग लग गया।

इस भयंकर बीमारी का सेठ ने बहुत उपचार करवाया लेकिन इसका इलाज नहीं हो सका। आख़िरकार सेठ की मृत्यु हो गई। यमदूत उस सेठ को अपने साथ ले जाने के लिए आ गए, जैसे ही यमदूत सेठ को ले जाने लगे तभी सेठ थोड़ी दूर जाकर यमदूतो से प्रार्थना करने लगे कि “मुझे थोड़ा सा समय दे दो, मैं लौटकर तुरंत आता हूँ” दूतों ने उसे अनुमति दे दी।

सेठ लौटकर आया, चारो ओर नज़रे घुमायीं और वापस यमदूतों के पास आकर बोला- “शीघ्र चलिए” यमदूत उसे इस प्रकार अपने साथ चलने के लिए तैयार देखकर चकित रह गए और सेठ से इसका कारण पूछा। सेठ ने निराशा भरे स्वरों में कहा- “मैंने हेराफेरी करके अपार धन एकत्रित किया था, लोगों को खूब खिलाया-पिलाया और उनकी बहुत मदद भी की, सोचा था कि वो मेरा साथ कभी नहीं छोडेंगे। अब जब मैं इस दुनिया को सदा के लिए छोड़ कर जा रहा हूँ, तो वे सब बदल गए है मेरे लिए दुखी होने के बजाय, ये अभी से मेरी संपत्ति को बांटने की योजना बनाने लगे है किसी को मेरे लिए जरा-सा भी अफसोस नहीं है।”

सेठ की बात सुनकर यमदूत बोले- “इस संसार में प्राणी अकेला ही आता है और अकेला ही जाता है, इंसान जो भी अच्छा या बुरा कर्म करता है उसे इसका परिणाम स्वयं ही भुगतना पड़ता है, हर प्राणी इस सत्य को समझता तो है पर देर से।”

जीवन की सीख

हम इस बात को अपने जीवन में भी देख रहे हैं। लोग जीवन के सत्य को भूलकर मानव द्वारा बनाए गए जाल जैसे लालच, रूपए-पैसा, बुराई आदि तले दब गए हैं।

आप जो भोजन ग्रहण करते है वह पेट में 4 घंटे रहता है, जो वस्त्र पहनते है वह 4 महीने रहता है, लेकिन जो ज्ञान आप हासिल करते हैं वह आपके अंतिम सांस तक साथ रहता है और संस्कार बनकर आपकी अगली पीढी तक पहुँचता है, ज्ञान का बीज कभी व्यर्थ नहीं जाता। जो है जितना है सफल करते चलो, सफल करने से ही सफलता मिलती है।

हर व्यक्ति को सकारात्मक तरीके से देखो, सुनो और समझो। हम जितना ज्यादा पढ़ते है, सुनते है, समझते है, हमें अपनी कमियों का उतना ही ज्यादा एहसास होता है और इसी कमी को दूर करके हम सफलता की मंजिल की और अपने कदम बढ़ाते चले जाते हैं।

“क्या लेकर आया था जो क्या लेकर जाएगा,
   कर कुछ ऐसा जाओ कि लोग तुम्हें याद रख जाएगें।”

आपको बस यह करना है

1. कोशिश करो कि गलत काम नहीं करना 
2. किसी चीज को लेकर ज्यादा लालची नही होना है
3. Life को Enjoy करते चलो
4. अपने सुझाव और सवाल मुझे Playstore पर  comment करके बताइए जिससे कि इस मैं इस App को आपके लिए और बेहतर कर संकू।

 

 

जीवन में सफलता पाना है तो अपनाएं चाणक्य के ये सूत्र, कभी नही होगी हार https://apkafayda.business.blog/

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 लाइव हिंदी खबर :-कहते हैं कि इंसान को कामयाब दो ही चीजे बना सकती हैं, पहला उसकी मेहनत और दूसरा उसकी किस्मत। लेकिन कई बार मेहनत और किस्मत दोनों ही साथ नहीं देती हैं जिस कारण व्यक्ती अपने काम में विफल हो जाता है। और जब यह बार-बार होने लगे तो वह टूटने लगता है। अगर वास्तविक जिंदगी में हम सफल बनना चाहते हैं और सफलता को टिकाए रखना चाहते हैं तो आपको महान कूटनीतिज्ञ चाणक्य द्वारा सुझाए गए कुछ सफलता के मंत्र पर गौर करना चाहिए। इस मंत्र के बाद न तो आप विफल होंगे और न ही आप टूटेंगे। तो आइए जानते हैं आचार्य चाणक्य द्वारा बताए गए सफलता सूत्रों के बारे में।वर्तमान का हमेशा रखें ख्याल

चाणक्य के मुताबिक व्यक्ति को हमेशा यह पता होना चाहिए कि उसका वर्तमान में वक्त कैसा चल रहा है। कभी भी अपने समय को देखकर किसी नए काम को करने का फैसला लेना चाहिए। आपको हमेशा यह ध्यान में रखना चाहिए कि अगर वर्तमान बहुत अच्छा चल रहा है तो नए-नए काम और नए अनुभव लेना चाहिए। वहीं दूसरी तरफ अगर वर्तमान बुरा चल रहा है तो आपको धीरज यानी धैर्य के साथ काम लेना चाहिए क्योंकि जल्दबाजी में हर काम गड़बड़ हो जाता है और ऐसे  समय में आपकी मेहनत पर पानी फिरने लगता है।   

सफलता के लिए अपने दोस्त और दोस्त की शक्ल में मौजूद दुश्मन को पहचानने का गुण विकसित करना चाहिए। अक्सर लोग सामने दिख रहे दुश्मन से तो सावधान होकर काम कर लेते हैं, लेकिन दोस्त के रूप में साथ चल रहे दुश्मन से धोखा खा जाते हैं। कामयाबी के लिए सच्चे दोस्त की मदद मांग कर आगे बढ़ें। अगर मित्र के वेश में आपने शत्रु से मदद मांग लिया तो आपकी मेहनत बेकार हो सकती है।

  1. दूसरों को समझें

हर चीज आपके विचार पर निर्भर करता है। किसी लक्ष्य को पाने के लिए आपको जगह, हालात और साथ में काम करने वाले लोगों के बारे में पूरी जानकारी रखनी चाहिए। वो क्या सोचते हैं ये आपको उन्हें देखकर ही समझ जाना चाहिए। ऐसा करने से सफलता का प्रतिशत सौ फीसदी बढ़ जाता है।

  1. आय और व्यय की समझें महत्वता

जीवन में सफलता के लिए धन के आय और व्यय की सही-सही जानकारी होनी चाहिए। व्यक्ति को कभी भी आवेश में आकर आय से ज्यादा खर्च कतई नहीं करना चाहिए। सही बचत करने की आदत डालती चाहिए, क्योंकि बुरे समय में यही धन काम आता है।

  1. अपनी शक्ति का हमेशा रहे ख्याल

व्यक्ति को हमेशा अपनी शक्ति का ध्यान रखना चाहिए और उसी के हिसाब से काम करना चाहिए। लेकिन ध्यान रहे कि क्षमता से अधिक काम करने पर नाकामयाब होने की संभावना बढ़ जाती है। इससे आपके व्यक्तित्व पर बुरा असर पड़ता है क्योंकि हर चीज की अपनी एक सीमा होती है।

 

Mahender Singh. Aapka Mere blog Mein Swagat hai. Thanks for visiting

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